Kris Gopalakrishnan एक प्रसिद्ध भारतीय फिल्म निर्माता, निर्देशक और पटकथा लेखक हैं। वे भारतीय सिनेमा के इतिहास में एक महत्वपूर्ण नाम माने जाते हैं। उनका पूरा नाम अदूर Gopalakrishnan है। वे मुख्य रूप से मलयालम सिनेमा में अपने उत्कृष्ट योगदान के लिए जाने जाते हैं। उनकी फिल्में भारतीय समाज, संस्कृति और मानवीय भावनाओं को गहराई से दर्शाती हैं।
Kris Gopalakrishnan का प्रारंभिक जीवन
Gopalakrishnan का जन्म 3 जुलाई 1941 को केरल के पथनमथिट्टा जिले में हुआ था। उनका परिवार परंपरागत रूप से खेती से जुड़ा हुआ था। बचपन से ही उन्हें कला और साहित्य में गहरी रुचि थी। उन्होंने प्रारंभिक शिक्षा अपने गाँव में ही प्राप्त की। बाद में वे पुणे के प्रसिद्ध भारतीय फिल्म और टेलीविजन संस्थान (एफटीआईआई) में पढ़ाई करने गए, जहाँ उन्होंने फिल्म निर्माण की बारीकियों को सीखा।
Kris Gopalakrishnan फिल्मी करियर
गोपालकृष्णन ने अपने करियर की शुरुआत डॉक्यूमेंट्री फिल्मों से की। उनकी पहली फीचर फिल्म ‘स्वयंवरम’ (1972) थी, जिसने मलयालम सिनेमा में एक नई दिशा दी। इस फिल्म ने कई राष्ट्रीय पुरस्कार जीते और भारतीय सिनेमा में उनके स्थान को मजबूत किया। उनकी फिल्में समाज के विभिन्न पहलुओं को सरल लेकिन प्रभावशाली ढंग से पेश करती हैं। उनकी अन्य प्रमुख फिल्मों में ‘एलिप्पथायम’ , मुक्खामुखम’, ‘मथिलुकल’ , और ‘विदेयन’ शामिल हैं। उनकी फिल्मों में अक्सर गांवों की कहानियां, सामाजिक समस्याएं और मानवीय रिश्तों की जटिलताएं दिखती हैं।
Kris Gopalakrishnan निर्देशन की शैली
Kris Gopalakrishnan की फिल्मों की खास बात उनकी कहानी कहने की शैली है। वे बड़े-बड़े सेट्स या चमक-धमक वाले दृश्यों पर निर्भर नहीं रहते। उनकी फिल्में साधारण और वास्तविक जीवन के करीब होती हैं। वे समाज के उन पहलुओं को उजागर करते हैं, जिन पर आमतौर पर ध्यान नहीं दिया जाता। उनके पात्र भी बहुत स्वाभाविक और गहराई से लिखे गए होते हैं।
Kris Gopalakrishnan राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय पहचान

Kris Gopalakrishnan को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कई पुरस्कार मिले हैं। उन्हें 16 बार राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार मिला है। इसके अलावा, उन्हें 2004 में भारत सरकार द्वारा पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया। उनकी फिल्में विभिन्न अंतर्राष्ट्रीय फिल्म समारोहों में भी प्रदर्शित की गईं और सराही गईं।
Kris Gopalakrishnan का योगदान
गोपालकृष्णन ने भारतीय सिनेमा को नई दिशा दी है। उन्होंने सिनेमा को केवल मनोरंजन का माध्यम न मानकर एक कला का रूप दिया। उनकी फिल्मों ने भारतीय समाज और संस्कृति को समझने में मदद की है। वे न केवल एक अच्छे निर्देशक हैं, बल्कि एक उत्कृष्ट लेखक भी हैं।
निष्कर्ष
Kris Gopalakrishnan भारतीय सिनेमा के एक ऐसे व्यक्तित्व हैं, जिन्होंने अपनी मेहनत और रचनात्मकता से एक अनोखा स्थान बनाया है। उनकी फिल्में समय के साथ और भी प्रासंगिक होती जा रही हैं। उनके काम ने यह साबित कर दिया कि सिनेमा केवल मनोरंजन नहीं, बल्कि समाज को समझने और बदलने का माध्यम भी हो सकता है।
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FAQ
1. कृष्ण गोपालकृष्णन पर SC/ST Act का केस क्यों दर्ज हुआ?
उत्तर:
कृष्ण गोपालकृष्णन पर SC/ST Act के तहत केस एक विवाद के बाद दर्ज किया गया था, जिसमें उन पर अनुसूचित जाति और जनजाति के एक व्यक्ति के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने का आरोप लगा था। मामले की जांच अभी जारी है।
2. कृष्ण गोपालकृष्णन कौन हैं और उनका करियर कैसा रहा?
उत्तर:
कृष्ण गोपालकृष्णन एक प्रसिद्ध भारतीय बिजनेस टाइकून हैं और Infosys के सह-संस्थापक में से एक हैं। उन्होंने IT उद्योग में बड़ा नाम कमाया और उनके नेतृत्व में Infosys ने महत्वपूर्ण सफलता प्राप्त की।
3. कृष्ण गोपालकृष्णन की कुल संपत्ति (Net Worth) क्या है?
उत्तर:
कृष्ण गोपालकृष्णन की कुल संपत्ति करीब 1.2 बिलियन डॉलर (लगभग 9,000 करोड़ रुपये) है। उनकी संपत्ति मुख्य रूप से उनकी IT कंपनियों और निवेशों से आई है, जो उन्हें एक प्रमुख उद्योगपति बनाती है।
4. SC/ST Act से संबंधित विवाद का कृष्ण गोपालकृष्णन पर क्या असर पड़ा है?
उत्तर:
SC/ST Act से संबंधित विवाद ने कृष्ण गोपालकृष्णन की सार्वजनिक छवि को प्रभावित किया है। हालांकि, वह इस मामले पर कोई बयान नहीं दे पाए हैं और इसकी कानूनी प्रक्रिया जारी है। उनका फोकस अब अपने व्यवसाय और सामाजिक कार्यों पर है।
5. कृष्ण गोपालकृष्णन की सफलता का राज क्या है?
उत्तर:
कृष्ण गोपालकृष्णन की सफलता का राज उनके दृढ़ निश्चय, दूरदृष्टि, और तकनीकी नवाचार में विश्वास है। उन्होंने हमेशा अपने व्यवसाय को नए विचारों और नवाचारों से प्रोत्साहित किया, जिससे वह IT क्षेत्र में एक मजबूत स्थिति बनाने में सफल रहे।
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